मैं यीशु और अन्य ईश्वरों की भी आराधना क्यों नहीं कर सकता?

 हेलो मित्रों,

आज के इस संक्षिप्त लेख में हम बात करेंगे कि कैसे एक व्यक्ति यीशु के साथ अन्य और ईश्वरों की आराधना नहीं कर सकता। आज हम विविध मान्यताओं और आत्मिक मार्गों से भरे संसार में रहते हैं। इसलिए बहुत सारे लोगों को लगता है कि यीशु ख्रीष्ट भी बहुत सारे ईश्वरों में से एक है। इसलिए जैसे हम कई ईश्वरों आराधना करते हैं वैसे ही हम यीशु ख्रीष्ट की भी आराधना कर सकते हैं। अन्य ईश्वरों के साथ यीशु ख्रीष्ट की आराधना करना स्वीकार्य पूर्ण है, इस विचार का सामना करना एवं लोगों को करते देखना असामान्य नहीं है। “तकनीकी रूप से देखें तो एक अन्यजाति को यीशु ख्रीष्ट की आराधना करने से मना नहीं किया गया है। पर यदि एक ख्रीष्टीय त्रिएक परमेश्वर के अलावा किसी और की आराधना करता है तो यह उसके द्वारा किए जाने वाले पापों में से सबसे बड़ा यह एक पाप है जिसके लिए उसे दण्ड मिल सकता है”1। 

इस कारण से मैं इस लेख द्वारा आपको सतर्क करना चाहता हूँ, ताकि आप इस त्रुटि से बचें रहें। चलिए सबसे पहले एक आम गलत धारणा को दूर करते हैं, कुछ लोग यह मानते हैं कि अन्य ईश्वरों के साथ यीशु की आराधना करना हानिरहित है इससे कोई दिक्कत नहीं है। और वे तर्क देते हैं कि अन्य ईश्वरों को स्वीकार करते हुए यीशु का सम्मान करना व्यापक सोच, सहनशीलता एवं आदर का प्रतीक है, किन्तु मित्रों यह धारणा सत्य नहीं है। बाइबल स्पष्ट रूप से परमेश्वर के अलावा किसी अन्य ईश्वर की आराधना करने के विरुद्ध चेतावनी देता है। (निर्गमन 20:3) में परमेश्वर आज्ञा देता है, "तू मुझे छोड़ दूसरों को ईश्वर करके न मानना"। यह आज्ञा स्पष्ट है कि हमें सिर्फ और सिर्फ परमेश्वर की आराधना करना है, उन्हें वह सम्मान और आदर देना है जिसके वह केवल योग्य हैं। किसी अन्य ईश्वर की आराधना करना परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन करना और यह मूर्तिपूजा करना है। और यह गंभीर परिणामों वाला एक गंभीर पाप है। सम्पूर्ण बाइबल में हम व्यक्तियों और देशों पर मूर्तिपूजा के विनाशकारी प्रभावों को देखते हैं। (यिर्मयाह 25) में परमेश्वर अपने लोगों को उस न्याय के बारे में चेतावनी देता है जो उनकी मूर्तिपूजा के कारण उन पर आने पर है। मूर्तिपूजा आत्मिक बंधन, भ्रम और अंततः परमेश्वर से अलगाव की ओर ले जाती है। इसके साथ ही अन्य ईश्वरों के साथ यीशु की आराधना करने से ख्रीष्ट की विशिष्ट पहचान और परमेश्वरत्व को कमतर करना है।

बाइबल स्पष्ट है कि यीशु परमेश्वर का एकमात्र पुत्र संसार का उद्धारकर्ता है (यूहन्ना 3:16)। (यूहन्ना 14:6) में यीशु स्वयं घोषणा करते हैं, "मार्ग और सत्य और जीवन मैं ही हूं। बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुंच सकता।" यीशु केवल अनेक ईश्वरों में से एक नहीं है, वह उद्धार और अनन्त जीवन के लिए वही एक मार्ग है। उसे अन्य ईश्वरों के साथ समान स्तर पर रखना उसकी परमेश्वरत्व को नकारना है। इसलिए इस झूठ से धोखा न खाएं, क्योंकि कोई भी व्यक्ति दो स्वामियों की सेवा नहीं कर सकता (मत्ती 6:24)। अगर वह करता है तो वह दोनों में से किसी एक का ही कर रहा होगा, दोनों का एक साथ सेवा नहीं किया जा सकता। इसलिए हमें चुनना होगा कि हम किसकी सेवा करेंगे एक सच्चे परमेश्वर की या नहीं। अगर आप यीशु की आराधना करना चाहते हैं एवं अनन्त जीवन पाना चाहते हैं, तो आपको बाकी सबको छोड़ना होगा और आपको सिर्फ यीशु की आराधाना करना होगा।

इसलिए आइए हम अपने पूरे हृदय, आत्मा, मन और शक्ति से उसकी आराधना करें और सभी प्रकार की मूर्तिपूजा और झूठी आराधना को अस्वीकार करें। क्योंकि अन्य ईश्वरों के साथ यीशु की आराधना करना न केवल बाइबल के विरुद्ध है बल्कि खतरनाक भी है। यह हमें परमेश्वर के वचन की सच्चाई से दूर ले जाता है, ख्रीष्ट की परमेश्वरत्व को कम करता है और हमें परमेश्वर के न्याय के सामने लाता है। अगर हम यीशु खीष्ट में विश्वास करते हैं तो आइए हम अपने विश्वास में दृढ़ रहें, पवित्रशास्त्र की सच्चाई को दृढ़ता से पकड़ें और हृदय से प्रभु की आराधना करें। और ख्रीष्टियों के रूप में हमारी विश्वासयोग्यता केवल यीशु ख्रीष्ट के प्रति हो, अन्य कोई ईश्वरों के प्रति नहीं। पवित्र आत्मा हमारा अगुवाई करे और हमें आत्मा और सच्चाई से प्रभु की आराधना करने के लिए सामर्थ्य दे। आमीन………।

नोट- यद्यपि परम्परागत रीति से यूनानी शब्द 'ख्रिस्टोस' को हिन्दी अनुवादों में 'मसीह' के रूप में अनुवाद किया गया है, इसके लिए 'ख्रीष्ट' शब्द अधिक उपयुक्त है। इसका कारण यह है कि 'मसीह' शब्द इब्रानी भाषा के 'मशियाख' अर्थात् 'मसीहा' शब्द से लिया गया है, जबकि नया नियम की मूल भाषा यूनानी है। अन्य भाषाओं के बाइबल अनुवादों में भी 'ख्रिस्टोस' के लिए 'ख्रिस्टोस' पर आधारित शब्दों का ही उपयोग किया गया है। इसलिए इस लेख में ' 'ख्रीष्ट', 'ख्रीष्टीय', 'ख्रीष्टीयता' शब्द का उपयोग किया गया है।

  1.  https://www.patheos.com/pagan/why-you-cant-worship-sam-webster-03-20-2013



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