पवित्र शास्त्र बाइबल का अधिकार।
इस संसार में बहुत सारें शास्त्र पाए जाते हैं, उनमें से आज हम इस लेख में एक ऐसे शास्त्र के विषय में बात करेंगे, जिसमें हम परमेश्वर के अधिकार का आश्वासन मिलता है। वह स्वयं दावा करता है कि वह परमेश्वर का वचन है। और हम उसके परमेश्वर के वचन होने का प्रमाण भी पाते हैं। अगर आप जानना चाहते हैं उस शास्त्र के बारें में तो अपने जीवन के कुछ मिनट निकालकार इस लेख पढ़ें। आप वास्तव में जान पाएँगे कि उस शास्त्र पर भरोसा किया जा सकता है क्योंकि उसके पास अधिकार है। बाइबल वह पवित्रशास्त्र है जिसमे परमेश्वर ने स्वयं को अपने वचन के द्वारा प्रकट किया है। “केल्विन एक महान धर्म सुधारक कहते हैं बाइबल का अधिकार इसके आरंभ से आता है कलीसिया के द्वारा नहीं,” क्योंकि सम्पूर्ण पवित्र शास्त्र परमेश्वर के प्रेरणा से रचा गया है इसलिए इसका जो अधिकार है वो परमेश्वर से ही है। बाइबल सच में परमेश्वर का वचन है इसके आन्तरिक तथा बाह्य दोनों प्रमाण पाए जाते हैं। आन्तरिक प्रमाण स्वयं बाइबल में वे बातें हैं जो बाइबल की परमेश्वरीय आधार की गवाही देती हैं। बाइबल अद्भुत रीति से परमेश्वर का वचन है, यह पुस्तक पवित्र आत्मा के प्रेरणा से